पुणे में जिलाधिकारी कार्यालय के सम्मुख ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ की घोषणा !

देश विरोधी जिहादी संगठन पीएफआई का समर्थन कर देश विरोधी घोषणाएं करनेवालों को अब मृत्यु दंड देना आवश्यक !

अंकिता भंडारी हत्याकांड में भाजपा नेता का पुत्र बंदी !

जिले के एक रिसॉर्ट से लापता १९ वर्षीय स्वागती (रिसेप्शनिस्ट), अंकिता भंडारी का शव उत्तराखंड पुलिस को ´चिल्ला पावर हाउस´ के समीप स्थित एक नहर में मिला ।

अयोध्या (उत्तरप्रदेश) में एक हिन्दू लडके का जबरन धर्मपरिवर्तन !

मुसलमान आक्रांताओं के वंशज आज भी भारत में कार्यरत हैं और वे हिन्दुओं के धर्मपरिवर्तन की कार्यवाहियों में लगे हैं, यही इससे स्पष्ट होता है । यह रोकने के लिए उन पर डर निर्माण हो, ऐसा काम सरकार कब करेगी ?

मुंबई में विद्यालय में पढनेवाले विद्यार्थियों को नशे का पदार्थ बेचने वाली मुसलमान महिला को बंदी बनाया गया !

अल्पसंख्यक कहलाने वाले मुसलमान अपराधी कार्यवाहियों में हमेशा आगे रहते हैं, यह ध्यान में ले !

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं हिन्दू नेताओं की हत्या का षड्यंत्र उजागर !

जिहादी और अब खालिस्तानी, दोनों ही हिन्दुओं को अपना लक्ष्य बना रहे हैं, ऐसे में हिन्दुओं की रक्षा कौन करेगा ? इस स्थिति में परिवर्तन के लिए हिन्दू राष्ट्र की स्थापना अपरिहार्य है !

कानपुर (उत्तर प्रदेश) के नगरनिगम के मुसलमान कर्मचारी देते थे नगरसेवक को जूठा पानी एवं थूक कर दिए खाद्यपदार्थ !

ऐसी विकृतिवाले धर्मांध मानवता के लिए कलंक हैं ! ऐसी घटनाओं पर देश का एक भी ढोंगी निधर्र्मीवादी राजकीय पक्ष एवं उनके नेता मौन साध जाते हैं, यह ध्यान में लें !

केरल में ‘बंद’ हुआ हिंसक !

‘केरल में माकप गठबंधन की सरकार होते हुए उसने यह हिंसाचार क्यों नहीं रोका ?’, इसका उत्तर देना चाहिए !

कोलकाता का श्री दुर्गादेवी मंडप वैटिकन सिटि (नगर) समान सजाया गया !

धर्मशिक्षा न होने से हिन्दू सर्वधर्मसमभाव के नाम पर इस प्रकार के कृत्य करते हैं; परंतु अन्य धर्मी कभी भी सर्वधर्मसमभाव के रूप में उनके धार्मिक स्थल पर हिन्दुओं के देवताओं की मूर्ति अथवा धार्मिक कृत्य नहीं करते, यह ध्यान में लें !

रायसेन (मध्यप्रदेश) में ईसाई शिक्षक ने हिन्दू छात्राओं की बहियों पर लिखा ‘मैं तुमसे प्रेम करता हूं !’

ऐसे शिक्षक ‘शिक्षक’ पद को कलंकित करते हैं ! ऐसों पर कठोर कार्यवाही की गई, तभी अन्यों को इससे डर बैठेगा !

केरल बंद अवैध ! – केरल उच्च न्यायालय

केरल में पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया द्वारा २३ सितंबर को किए बंद के समय हुई हिंसा की केरल उच्च न्यायालय ने स्वयं ध्यान देते हुए कहा कि, ‘सार्वजनिक संपत्ति की हानि को सहन नहीं किया जा सकता’ । ‘इस प्रकार से कोई भी बंद नहीं कर सकता । यह बंद अवैध है’, ऐसा उच्च न्यायालय ने कहा है ।