‘स्वयं की चल एवं अचल संपत्ति का ‘सत्पात्रे दान’ हो; इस उद्देश्य से सनातन संस्था को दान देने के लिए इच्छुक हों, तो अपने जीवनकाल में ही उसका अर्पण दें !
‘सनातन संस्था विगत अनेक वर्षों से निःस्वार्थ भाव तथा निरपेक्ष वृत्ति से धर्मप्रसार का कार्य कर रही है । पूरे भारत के विविध स्थानों के साधक अविरत रूप से धर्मप्रसार का कार्य कर रहे हैं तथा इस कार्य में अनेक पाठक, हितचिंतक और धर्मप्रेमी जुडे हैं । सनातन संस्था का कार्य देखकर अनेक लोग संस्था को विविध रूप में अर्पण देते हैं ।