गुजरात में समान नागरी कानून लागू करने के संदर्भ में भाजपा जनता को धोखा दे रही है ! – केजरीवाल
यदि ऐसा है, तो केजरीवाल ने देहली में समान नागरी कानून लागू होने हेतु कोई प्रयास क्याें नहीं किए ?, सर्वप्रथम उन्हें इस विषय में बोलना चाहिए !
यदि ऐसा है, तो केजरीवाल ने देहली में समान नागरी कानून लागू होने हेतु कोई प्रयास क्याें नहीं किए ?, सर्वप्रथम उन्हें इस विषय में बोलना चाहिए !
ईद, मोहर्रम के समय हिन्दुओं की ओर से हिंसा नहीं होती है; लेकिन धर्मांध मुसलमान उस समय भी हिंसा करते हैं, इस विषय में धर्म निरपेक्षतावादी और आधुनिकतावादी मुंह नहीं खोलते !
यातायात के नियम जनता और वाहनों की सुरक्षा के लिए होते हैं । ‘ठीक त्योहारोें के समय इस पर दंड माफ करने से दुर्घटना की संभावना बढ सकती है और इसमें लोगों की जान जा सकती है’, इसका विचार कौन करेगा ?
भारत की सुरक्षा की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण बेट द्वारका पर इस प्रकार के अवैध निर्माणकार्य होते रहने तक क्या गुप्तचर, प्रशासन तथा पुलिस विभाग शयन कर रहे थे ? यदि इस कालावधि में कोई रक्तपात(खूनखराबा) हुआ होता, तो उसके लिए कौन उत्तरदायी रहता ? इन सभी सूत्रों की जांच होनी चाहिए !
मदरसों तथा चर्च में महिलाओं का शोषण होता है, देश तथा विदेश में इसके असंख्य उदाहरण दिखाई देते हैं एवं दे रहे हैं, ऐसी स्थिति में इस संदर्भ में कोई भी निरपेक्षतावादी नेता कभी मुंह नहीं खोलता, यह ध्यान में लें !
हिंदू धार्मिक आयोजनों में मुसलमान सुरक्षा रक्षक क्यों नियुक्त किए गए ? हिंदू आयोजकों को यह कैसे समझ में नहीं आता ?
भारत में बहुसंख्यक हिन्दू होते हुए भी उनके धार्मिक कार्यक्रमों पर अल्पसंख्यक आक्रमण करते हैं, ऐसा विश्व में कहीं भी नहीं होता है, यह ध्यान में लें !
‘हिन्दुओं के धार्मिक त्योहारों के समय कौन से गाने गाने चाहिए ?’, यह ज्ञात न होने वाले हिन्दू गायक रेशमिया का यह काम धर्म शिक्षा का अभाव और आत्मघाती धर्मनिरपेक्षता को दिखाता है !
राजकोट गुजरात यहां खोडलधाम के गरबा कार्यक्रम में सम्मिलित हुए देहली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर पीछे से अज्ञात व्यक्ति ने प्लास्टिक की बोतल फेंककर मारी
एक ओर हिन्दुओं के देवी-देवताओं का अपमान करना और दूसरी ओर उन्हीं देवताओं के त्योहारों में भाग लेना, ऐसे दोमुंही बातें करनेवालों को अनुमति मिलती ही कैसे है ? हिन्दुओं को कब ध्यान में आएगा कि ऐसी आत्मघाती, सहनशीलता और गांधीगिरी इतने वर्षाें से भारी पडी है ? अब फारुकी को गरबा-स्थल पर प्रवेश देनेवाले हिन्दुओं के विरुद्ध भी कार्यवाही की मांग करनी चाहिए !