गुजरात के वलवाड में अवैध चर्च के निर्माण का ग्रामीणों द्वारा विरोध !

गुजरात में हिन्दुत्वनिष्ठ भाजपा की सरकार के रहते वहां धर्मांध ईसाई अवैध ढंग से चर्च निर्माण का दु:साहस करते हैं, यह रोषपूर्ण है ! ऐसों पर कठोर कार्यवाही होने के लिए कदम उठाना आवश्यक !

गुजरात में ४५ हिन्दुओं ने बौद्ध धर्म स्वीकार किया !

देश में धर्मांतरण विरोधी कानून न होने से ऐसी घटनाएं हो रही हैं । केंद्र सरकार कब कानून बनाएगी ?, ऐसा प्रश्न हिन्दुओं के मन में उठ रहा है !

गुजरात में भाजप पुन: सत्ता में, हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की विजय !

बीजेपी को १८२ में से १५७ चुनाव क्षेत्रों में विजयश्री प्राप्त कि है । यह पहली बार है जब बीजेपी ने इतनी वृहद संख्या में सीटें जीती हैं ।

वर्ष २००२ में ‘सबक’ सिखाए जाने से गुजरात में शांति है ! – केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह

पहले असामाजिक तत्वों के हिंसा में सहभागी होने का सिद्ध होने के उपरांत कांग्रेस उनका समर्थन करती थी; लेकिन वर्ष २००२ में ‘सबक’ सिखाए जाने के उपरांत अपराधियों ने अपनी कार्यवाहियां बंद कीं ।

यदि हिन्दू धर्मी एक विवाह करते हैं, तो अन्‍य धर्मियों को भी एक ही विवाह करना चाहिए ! – असम के मुख्‍यमंत्री हिमंत बिस्‍व सरमा

यदि हिन्दू एक विवाह करता है, तो अन्‍य धर्मियों को भी एक ही विवाह करना पडेगा । देश में समान नागरिकता कानून लागू होना चाहिए । भाजपा ने गुजरात में इससे पूर्व ही समान नागरिकता कानून लागू करने की घोषणा कर दी है ।

(कहते है) ‘भारत को केवल मुसलमान और कांग्रेस ही बचा सकते हैं !’

‘भारत की साधन संपत्ति पर प्रथम अधिकार मुसलमानों का है’, कांग्रेस के तत्‍कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने ऐसा वक्तव्य दिया था । यह उसी का दूसरा भाग है !

गुजरात चुनाव पूर्व आतंकवादी विरोधी दल की ओर से १०० से अधिक स्थानों पर छापे !

भारत में चुनाव के समय इस प्रकार से करोड रुपए मिलते हैं, इसमें कुछ भी आश्चर्य नहीं ! अर्थात यह स्थिति लोकतंत्र को कालिख पोतने वाली है । इस पर यही एक पर्याय है, हिन्दू राष्ट्र की स्थापना, यह जान लीजिए !

गुजरात में हिंदुत्वनिष्ट दल ही भाजपा को पराजित कर सकता है ! – पूर्व पुलिस अधिकारी डी.जी. वंजारा

वंजारा ने ‘प्रजा विजय पक्ष’ की स्थापना की !

गुजरात में १ और ५ दिसंबर को विधानसभा चुनाव

कुल १८२ स्थानों के लिए हो रहे चुनाव में १ दिसंबर को ८९ स्थानों के लिए और ५ दिसंबर को ९३ स्थानों के लिए मतदान होने वाला है ।

 ‘मोरबी पुल का धराशायी होना यह दैवी घटना थी !’

जो लोग अपनी लापरवाही और आलस्य के कारण दुर्घटना के लिए भगवान को दोषी ठहराते हैं, उन्हें मृत्युदंड मिलना चाहिए!