‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ में मान्यवरों का गौरव !

श्री अंजनेश्वर मंदिर के महंत पू. विद्यादास महाराजजी ने सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन, हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी, राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे का भगवान मारूति की प्रतिमा देकर सत्कार किया ।

सरकार ने ‘अल्पसंख्यक’ संज्ञा को परिभाषित किया, तो सभी समस्याएं समाप्त होंगी ! – मेजर सरस त्रिपाठी, लेखक तथा प्रकाशक, प्रज्ञा मठ पब्लिकेशन

सरकार ने ‘अल्पसंख्यक’ इस संज्ञा को परिभाषित किया, तो उससे ये सभी समस्याएं नष्ट होंगी । यह संविधान समाज का विभाजन करनेवाला है; इसलिए हिन्दू धर्म को टिकाए रखने के लिए हिन्दू राष्ट्र आवश्यक है ।’’

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव के दूसरे दिन ‘धर्म एवं मंदिरों की रक्षा’ विषय पर मान्यवरों द्वारा रखे गए स्पष्टतापूर्ण विचार !

तुळजापुर के श्री तुळजाभवानी मंदिर के भ्रष्टाचार का प्रकरण वर्ष २०१० से मुंबई उच्च न्यायालय में न्यायप्रविष्ट है । इस भ्रष्टाचार की सी.आइ.डी. जांच पूर्ण होकर ४ वर्ष हुए; परंतु अभीतक कोई कार्रवाई नहीं की गई, यह खेदजनक है ।

प्रत्येक मंदिर सरकारीकरण से मुक्त होने तक लडाई चलती रहेगी ! – सुनील घनवट, महाराष्ट्र आणि छत्तीसगढ राज्य संगठक, हिन्दू जनजागृति समिति

मंदिरों का धन मंदिरों के लिए अथवा हिन्दू धर्म के लिए ही उपयोग में आए । भारत की धर्मनिरपेक्ष सरकार केवल हिन्दुओं के मंदिर हथियाकर उसका धन हडपने का अथवा मंदिरों की प्राचीन प्रथा-परंपराओं को बदलने का प्रयत्न करती है; परंतु वह मस्जिद अथवा चर्च सरकार के नियंत्रण में नहीं ला सकती ।

मंदिर धर्मशिक्षा के केंद्र बनें ! – सद्गुरु नीलेश सिंगबाळजी, धर्मप्रचारक संत, हिन्दू जनजागृति समिति

‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ के दूसरे दिन (१७.६.२०२३ को) के द्वितीय सत्र में ‘मंदिरों का सुप्रबंधन’ विषय पर विचारगोष्ठी का आयोजन किया गया, उसे संबोधित करते हुए सद्गुरु नीलेश सिंगबाळजी ऐसा बोल रहे थे ।

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव के दूसरे दिन ‘मंदिर मुक्ति अभियान’ के सत्र में मान्यवरों ने दिए भाषण

कोल्हापुर की श्री महालक्ष्मीदेवी की मूर्ति की प्रतिदिन अवहेलना हो रही है । यह सब मंदिरों के सरकारी अधिग्रहण का दुष्परिणाम है, इसे ध्यान में लेकर इन मंदिरों को शीघ्रातिशीघ्र सरकारी नियंत्रण से मुक्त करना ही इसका एकमात्र उपाय है ।

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव के पहले दिन ‘संविधान एवं हिन्दू राष्ट्र’ विषय पर मान्यवरों द्वारा रखे गए स्पष्टतापूर्ण विचार !

४० वर्ष पूर्व इस देश में हिन्दू जनजागृति समिति बनेगी, यह कल्पना भी हम नहीं कर सकते थे; परंतु आज समाचारपत्रों एवं समाचारवाहिनियों पर ‘हिन्दू’ शब्द पर चर्चा हो रही है । उसके कारण उनका ‘टी.आर्.पी.’ (लोकप्रियता) बढता रहता है ।

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव के पहले दिन ‘हिन्दू समाज की रक्षा’ विषय पर उद्बोधन सत्र में मान्‍यवरों द्वारा प्रस्तुत ओजस्‍वी विचार

हिन्दू युवतियों को ‘लव जिहाद’ में षड्यंत्र की भांति फंसाया जा रहा है । एकाध युवती की मृत्यु के पश्चात भी उसकी मृतदेह पर बलात्कार करना, यह पशु को भी लज्जा आए, ऐसा कृत्य है । ऐसे प्रकार जिहादियों द्वारा चालू है ।

गोवा में संपन्न हुई ‘विविधता, समावेशकता व परस्पर आदर’ विषय पर ‘सी-२०’ परिषद !

भारत विश्व की आध्यात्मिक राजधानी है तथा इसीलिए एकसंघता, प्रगति एवं सर्वसमावेशकता साधने के लिए भारत ‘जी-२०’ देशों का मार्गदर्शन कर सकता है ।

भारत को ‘विश्वगुरु’ बनाने के लिए अध्यात्म द्वारा मन प्रज्वलित करना आवश्यक – गोविंद गावडे, कला व संस्कृति मंत्री, गोवा

‘‘प्रत्येक व्यक्ति का मन प्रज्वलित करने के लिए अध्यात्म की आवश्यकता है । यह कार्य सामूहिक सहभाग से होने से भारत को विश्वगुरु बनाया जा सकेगा । इस संदेश को धरातल पर प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाया जाना चाहिए ।’’ गोवा के कला एवं संस्कृति मंत्री श्री. गोविंद गावडे ने यह आवाहन किया ।