भारतीय सेना द्वारा किया गया ‘द हिंदू’ का असत्य उजागर !

भारतीय सेना ने ‘द हिंदू’ के इस समाचार का खंडन किया है कि, गलवान घाटी में भारतीय एवं चीनी सैनिकों के मध्य में एक बार पुनः संघर्ष हुआ है । भारतीय सेना ने एक निवेदन प्रसारित कर इस संबंध में स्थिति स्पष्ट की है । 

अब १८ से ४४ वर्ष के आयु वर्ग के लोगों को सरकारी केंद्र पर ऑनलाइन पंजीकरण के बिना टीका मिल जाएगा

स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा लिए गए एक नए निर्णय के अनुसार, १८-४४ वर्ष की आयु वर्ग के लोग अब ऑनलाइन पंजीकरण के बिना भी कोरोना का टीका लगवा सकते हैं; परंतु वर्तमान में यह सुविधा केवल सरकारी केंद्रों में ही उपलब्ध होगी । निजी चिकित्सालयों के केंद्रों के लिए अभी भी ऑनलाइन पंजीकरण करना आवश्यक होगा तथा टीकों का आबंटन आरक्षित करना होगा । 

कोरोना के कारण मृत हुए कर्मचारियों के परिवार को टाटा स्टील सेवा निवृत्ति की उम्र तक वेतन देगा !

हमारे किसी भी कर्मचारी की कोरोना के कारण मृत्यु होने पर, उसके ऊपर निर्भर परिवार को उस कर्मचारी की उम्र के ६० वर्ष तक (अर्थात संबंधित कर्मचारी के सेवा निवृत्ति की उम्र तक) संपूर्ण वेतन दिया जाएगा । इतना ही नहीं, तो उनके बच्चों की शिक्षा की संपूर्ण व्यवस्था भी कम्पनी करेगी और ऐसे परिवार को मेडिकल, साथ ही निवास की सुविधा भी मिलती रहेगी, ऐसी घोषणा टाटा स्टील ने की है ।

शरजील उस्मानी के विरोध में धार्मिक भावना दुखाए जाने पर गुनाह प्रविष्ट

अलीगड मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व विद्यार्थी शरजील उस्मानी के विरोध में ट्वीटर द्वारा धार्मिक भावना भडकाने पर गुनाह प्रविष्ट किया गया है । ‘जो हिंदू श्रीराम का जयघोष करता है, वो आतंकवादी होता है’, ऐसा उसने ट्वीट किया था । भाजपा नेता नवीन कुमार द्वारा की गई शिकायत के बाद यह गुनाह प्रविष्ट किया गया है ।

गाय को बेहोशी का इंजेक्शन देकर उन्हे कत्ल के लिए भेजने वाले धर्मांध लडके को हिरासत में लिया गया

जे जे नगर कॉलोनी में बवाना भाग के सलमान नाम के लडके को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया है । वो गायों को इंजेक्शन देकर बेहोश करता था और अन्य धर्मांधों को उन गायों को कत्ल के लिए ले जाने के लिए बताता था । गोरक्षकों ने उसे पकड कर पुलिस को दिया, तो दूसरा अरमान नामक धर्मांध घटना स्थल से भाग गया । 

(कहते हैं) ‘एलोपैथी की आलोचना करने वाले रामदेव बाबा के विरुद्ध  अपराध दर्ज करें !’

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आई.एम.ए.) ने मांग की है कि, योग ऋषि रामदेव बाबा के विरुद्ध झूठे दावे करने और सार्वजनिक रूप से भ्रम पैदा करने के लिए, संक्रामक रोग अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाए । उन्होंने चेतावनी दी, ”यदि योग ऋषि रामदेव बाबा के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की गई, तो संगठन को लोकतांत्रिक मार्ग से संघर्ष करना  होगा और न्यायालय की सहायता लेनी होगी ।”

लडकियों को छेडनेवाले लडके का नाम हरि, तो अच्छे काम करने वाला ‘अब्दुल’ !

एन.सी.ई.आर.टी. के ५ वीं कक्षा की अंग्रेजी की पुस्तक में मेरीगोल्ड के युनिट ८ में ‘द लिटिल बुली’ इस अध्याय में जानबूझकर हिंदुओं के देवताओं का अपमान करने का प्रयास पिछले १४ वर्षों से हो रहा है । उसी प्रकार एक अन्य पुस्तक में ‘अब्दुल’ नाम के लडके को अच्छा काम करने वाला दिखाया गया है । 

राजधानी दिल्ली का नाम बदलकर ‘इंद्रप्रस्थ’ करें ! – भाजपा नेता डॉ. सुब्रह्मण्यम् स्वामी की मांग

भारत की राजधानी दिल्ली का नाम बदलकर ‘इंद्रप्रस्थ’ रखना चाहिए, ऐसी मांग भाजपा के वरिष्ठ नेता और सांसद डॉ. सुब्रह्मण्यम् स्वामी ने ट्वीट कर किया है । इसके लिए उन्होनें द्रौपदी ट्रस्ट की डॉ. मिश्रा द्वारा  किए संशोधन का संदर्भ दिया है । 

भारत में ‘ब्लैक फंगस’ के बाद अब ‘व्हाईट फंगस’ के भी मरीज मिले !

कोरोना पीडितों में ‘ब्लैक फंगस’ (म्युकरमायकोसिस) इस बीमारी का लक्षण दिखने के बाद अब ‘व्हाईट फंगस’ की समस्या दिखने लगी है । पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल मे भरती कोरोना के ४ मरीजों में व्हाईट फंगस का लक्षण दिखाई दिया है । ऑक्सीजन पर रखे मरीजों को इस बीमारी का खतरा अधिक है, ऐसा विशेषज्ञों का कहना है । इस अस्पताल के मायक्रोबायोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. एस.एन. सिंह ने बताया कि, यह फंगस मरीजों की त्वचा को हानि पहुंचा रहा है । साथ ही व्हाईट फंगस का देर से निदान होने पर घातक हो सकता है । 

कोरोना से लडने के लिए नियमित बदलाव और प्रयोग करना आवश्यक ! – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

कोरोना महामारी  पिछले १०० वर्षों में सबसे बडा संकट है । कोरोना संक्रमण ने आपके सामने मुश्किलें बढाई हैं । इससे पूर्व की महामारी हो या कोरोना संक्रमण, इसमें हमने एक बात निश्चित सीखी है, और वह यह कि ऐसी परिस्थिति में संकट से दो हाथ करने के प्रयासों में नियमित आवश्यक बदलाव और प्रयोग करना अत्यंत आवश्यक है । यह विषाणु अपना रूप बदलने में चतुर है । इसलिए अपना तरीका और रणनीति विस्तृत होनी चाहिए। ऐसा प्रतिपादन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने १० राज्यों के मुख्यमंत्री और प्रशासकीय अधिकारियों के साथ हुई ऑनलाईन बैठक में किया ।