ईरान में प्रदर्शनकारियों ने दिवंगत सर्वोच्च धर्मगुरु के घर में आग लगा दी !

ईरान में हिजाब विरोधी आंदोलन जारी !

(हिजाब का अर्थ मुस्लिम महिलाओं द्वारा सिर और गर्दन को ढकने के लिए उपयोग किया जाने वाला परिधान है)

तेहरान (ईरान) – यहां जबरन हिजाब परिधान करने को लेकर प्रारंभ हुआ विरोध अब और भी तीक्ष्ण हो गया है । ईरान को कट्टरपंथी बनाने वाले दिवंगत सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खुमैनी के जन्म स्थान में स्थित वास्तु को खोमेन नगर में प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी । इससे संबंधित एक चलचित्र सामाजिक माध्यम पर तीव्रगति से प्रसारित हो रहा है। खुमैनी की मृत्यु के उपरांत वहां एक संग्रहालय बनाया गया था। उपरोक्त घटना के उपरांत जारी किए गए चलचित्र में देखा जा सकता है कि प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने खुमैनी के घर पर आक्रमण किया और तदोपरांत उनके घर में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। यद्यपि ईरानी सरकार ने इस दावे का खंडन करते हुए कहा है कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है ।

ईरान की एक युवती, महासा अमीन ने देश में हिजाब पहनना अनिवार्य होते हुए हिजाब परिधान न करने के कारण उसे बंदी बनाया गया था । पुलिस द्वारा बंदी बनाए जाने पर बंदी गृह में ही उसकी मृत्यु हो गई। तब से (लगभग ३ महीने) ईरान में हिजाब विरोधी आंदोलन भड़का हुआ है और महिलाओं ने इस आंदोलन का नेतृत्व किया है। फलस्वरूप ईरान में गत सप्ताह बंदी बनाए गए एक प्रदर्शनकारी को मृत्यु दंड दे दिया । इससे प्रदर्शनकारियों का क्रोध अधिक भडक गया ।

संपादकीय भूमिका

जब धार्मिक कट्टरता के कारण समाज पर बंधन थोपे जाते हैं, तब सरकार के दबाव से त्रस्त होकर समाज में ऐसा प्रकोप होता है ! इसलिए भविष्य में यदि अन्य इस्लामिक देशों में भी इस तरह से लोग भड़क उठे तो इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी !