हिजाब न पहनने के कारण नियंत्रण में लेने पर इरान की मृत युवती का प्रकरण
(हिजाब अर्थात मुसलमान महिलाओं द्वारा सर तथा गर्दन ढंकने हेतु उपयोग में आनेवाला वस्त्र)
तेहरान (इरान) – पश्चिम इरान के साकेज नगर में १७ सितंबर को महिलाओं द्वारा हिजाब हटा कर सरकार के विरुद्ध तीव्र आंदोलन किया गया । हिजाब संबंधित नियमों का उल्लंघन करने के संदर्भ में पुलिसकर्मिर्याें द्वारा की गई मारपीट में २२ वर्षीय महसा अमिनी की मृत्यु हो गई थी । उसकी मृत्यु के निषेधार्थ इरान में महिलाएं आक्रामक हो उठी हैं । हिजाब हटा कर किए गए इस आंदोलन के वीडियो सामाजिक माध्यमों पर भारी मात्रा में प्रसारित डुए हैं । इरान में महिलाओं के लिए हिजाब अनिवार्य है । हिजाब हटाना इरान में दंडनीय अपराध है ।
Iranian women take off hijab to protest against 'morality police’ over the death of 22-year-old Mahsa Amini https://t.co/r2FQYZbPPi
— OpIndia.com (@OpIndia_com) September 18, 2022
क्या है प्रकरण ?
हिजाब न पहनने के कारण पुलिसकर्मियों द्वारा महसा अमिनी नामक २२ वर्षीय युवती को १३ सितंबर को बंदी बनाया गया था; परंतु ३ दिन पश्चात कारागृह में बेसुध होने के कारण चिकित्सालय ले जाते समय उसकी मृत्यु हो गई । महसा अमिनी अपने परिवारजनों से मिलने हेतु तेहरान आई थी । बंदी बनाने के कुछ घंटों के पश्चात ही महसा अमिनी बेसुध हो गई । उसे चिकित्सालय ले जाया गया; परंतु तब तक उसकी मृत्यु हो चुकी थी । उसके परिवारजनों का कहना है कि महसा को कोई भी बीमारी नहीं थी । उसकी मृत्यु संदेहजनक है । पुलिस का कहना है कि महसा की पिटाई नहीं की गई थी ।