जनता को साधना न सिखाने का परिणाम !

परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के ओजस्वी विचार

परात्पर गुरु डॉ. आठवले

‘स्वतंत्रता से अभी तक भारत में राज्य करनेवाले किसी भी राजनीतिक दल ने जनता को साधना सिखाकर सात्विक नहीं बनाया । इस कारण भारत में प्रतिदिन अनेक प्रकार के सहस्रों अपराध हो रहे हैं ।’

– (परात्पर गुरु) डॉ. आठवले