परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के ओजस्वी विचार
‘अब तक 74 वर्षों के शासनकर्ताओं ने बच्चों को पाठशाला में हिन्दू धर्म नहीं सिखाया, इस कारण बच्चों को हिन्दू धर्म का महत्त्व ज्ञात नहीं है । इस कारण उनमें धर्म का अभिमान नहीं है । इसके विपरीत मुसलमानों में धर्माभिमान होने के कारण, पूरे संसार पर उनका वर्चस्व है ।’
– (परात्पर गुरु) डॉ. आठवले