जिहाद के नाम पर जो मरने के लिए तैयार हैं, उन लोगों को प्रबोधन के माध्यम से मुख्य विचारधारा में लाने के प्रयत्न करना हास्यास्पद है ! अखिल विश्व में किसी ने भी ऐसा प्रयोग करने के विषय में नहीं सोचा है; क्योंकि जग को विदित है कि यह कभी सफल नहीं हो सकता !
नई देहली : केंद्र सरकार ने देश के सुरक्षा बल को इस्लामी कट्टरपंथियों और उनके आसपास के लोगों की पहचान करने का आदेश दिया है । उन्हें समझाकर मुख्यधारा में लाने का प्रयास करें ।
इस्लामिक उपदेशक डॉ. जाकिर नाइक देश से भागकर उसने मलेशिया में शरण ली है । उसने मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री महातिर की सरकार को अपने विचारों द्वारा जिहादी मानसिकतावादी बनाने का प्रयास किया । क्या कट्टरपंथी भारत में भी इसी तरह के प्रयास कर रहे हैं ? सुरक्षा बल को इसका शोध लेने के निर्देश दिए गए हैं । साथ ही डॉ. जाकिर की कार्रवाई पर भी ध्यान रखा जा रहा है ।