WB Maheshtala Temple Vandalized : शिवमंदिर की भूमि पर अधिकार जमाने के लिए धर्मांध मुसलमानों द्वारा हिन्दुओं पर आक्रमण

  • दक्षिण २४ परगना (बंगाल) की घटना

  • ५ जन घायल, तथा ४ उपद्रवियों को बंदी बनाया गया

यह तस्वीर बांग्लादेश की नहीं, बल्कि पश्चिम बंगाल के महेशतला की है!

दक्षिण २४ परगना (बंगाल) – यहां के बज-बज क्षेत्र के महेशतला भाग में स्थित एक प्राचीन शिवमंदिर की भूमि पर मुसलमानों द्वारा किये जा रहे अतिक्रमण का विरोध करने पर हिन्दुओं पर आक्रमण किया गया । यह घटना १० जून को घटित हुई । इस आक्रमण के समय मुसलमानों ने मंदिर की तोडफोड की तथा पथराव किया, जिसमें ५ हिन्दू नागरिक तथा कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए । परिस्थिति को नियंत्रण में लाने हेतु पुलिस को अश्रुधारास्त्र का प्रयोग करना पडा । अब तक पुलिस ने ४ व्यक्तियों को बंदी बनाया है । स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कोलकाता पुलिस तथा शीघ्र कार्रवाई दल के सैनिकों को नियुक्त किया गया है ।

१. यहां के हिन्दुओं ने देखा कि प्राचीन शिवमंदिर के परिसर में स्थित एक तालाब में धीरे-धीरे मिट्टी भरकर उस पर नियंत्रण प्राप्त करने का प्रयत्न किया जा रहा है । इस अतिक्रमण की शिकायत स्थानीय नागरिकों द्वारा अधिकारियों से की गई थी, किन्तु प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की ।

२. १० जून को कुछ मुसलमानों ने मंदिर की भूमि पर फल विक्रय की दुकानों का निर्माण आरम्भ किया । इसे देखकर हिन्दुओं ने उनका विरोध किया । इस कारण हिन्दू एवं मुसलमानों के मध्य विवाद हुआ, जो शीघ्र ही मारपीट में परिवर्तित हो गया । तत्पश्चात मुसलमानों ने मंदिर की तोडफोड कर उस पर पत्थर एवं ईंटें फेंकीं । जब पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, तब उन पर भी आक्रमण किया गया । इस समय धर्मांध मुसलमानों ने पुलिस थाने के बाहर पथराव किया, टायर जलाए तथा एक दोपहिये वाहन को आग लगाई ।

३. भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं विपक्ष के नेता श्री शुभेन्दु अधिकारी के अनुसार, मुसलमानों ने केवल मंदिर पर ही नहीं, अपितु पवित्र तुलसीवृंदावन, हिन्दुओं की दुकानों एवं गृहों पर भी आक्रमण किया । उन्होंने मंदिर पर पत्थर एवं ईंटें फेंकीं, जिससे वहां स्थित अनेक वस्तुओं की क्षति हुई ।

पुलिस ने जानबूझकर दंगा रोकने से परहेज किया ! – विपक्ष नेता शुभेन्दु अधिकारी का आरोप
विपक्ष के नेता श्री शुभेन्दु अधिकारी ने कोलकाता पुलिस मुख्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया तथा केंद्रीय सुरक्षा बल की नियुक्ति की मांग की । उन्होंने राज्यपाल डॉ.सी.वी.आनन्द बोस से रवीन्द्रनगर पुलिस थाने के निरीक्षक मुकुल मियां को निलंबित करने तथा उनकी भूमिका की जांच करने की मांग की । अधिकारी ने आरोप लगाया कि ‘मुकुल मियां ने दंगे के समय जानबूझकर लापरवाही बरती तथा उपद्रवियों को संगठित होने का अवसर दिया ।’ उन्होंने मुकुल मियां का एक चित्र भी प्रसारित किया है, जिसमें वे तृणमूल काँग्रेस के एक कार्यक्रम में उपस्थित दिखाई दे रहे हैं ।

श्री अधिकारी ने कहा कि
‘यह समस्त घटना पुलिस की उपस्थिति में हुई, किन्तु वे उपद्रवियों को रोकने में असफल रहे ।’ उन्होंने एक चलचित्र (वीडियो) भी प्रसारित किया है, जिसमें बडी भीड हिंसा कर रही है । सामने की सडक के उस पार टूटा हुआ मंदिर तथा एक पुलिस चौकी भी दिखाई दे रही है । एक स्थानीय हिन्दू ने कहा कि मुसलमानों ने उन्हें मंदिर बंद करने को कहा, किन्तु उन्होंने मना कर दिया ।

पुलिस ने उपद्रवियों के स्थान पर पीडितों पर कार्रवार्ई की ! – भारतीय जनता पार्टी
केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता श्री सुकांत मजूमदार ने आरोप लगाया कि

राज्य सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है तथा पुलिस ने उपद्रवियों के स्थान पर पीडित हिन्दुओं पर कार्रवार्ई की ।

भाजपा स्थानीय विवाद को धार्मिक रंग दे रही है ! – तृणमूल काँग्रेस
तृणमूल काँग्रेस ने भाजपा के आरोपों को अस्वीकार करते हुए कहा कि यह एक स्थानीय विवाद है, जिसे भाजपा द्वारा धार्मिक रंग देने का प्रयत्न किया जा रहा है ।
(इन फोटो/वीडियो को पोस्ट करने के पीछे हमारा उद्देश्य किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं, अपितु हिंदू विरोधियों द्वारा किए गए विडंबना के बारे में लोगों को जागरूक करना है । – संपादक)

संपादकीय भूमिका

बंगाल अब दूसरा बांग्लादेश बन चुका है, यह पुनः स्पष्ट हो गया है ! बांग्लादेश में हिन्दुओं की रक्षा के लिए जैसे केंद्रीय स्तर पर कुछ नहीं किया गया, वैसा ही चित्र बंगाल में भी परिलक्षित हो रहा है । इस स्थिति में परिवर्तन हेतु हिन्दुओं को स्वयं प्रयत्न करना आवश्यक है !