S Jaishankar On Kashmir : पाकिस्तान से केवल पाकव्याप्त कश्मीर रिक्त करने के विषय पर चर्चा होगी !

परराष्ट्रमंत्री डॉ. एस्. जयशंकर की स्पष्टोक्ति !

नई देहली – किसी भी मध्यस्थता के बिना पाकिस्तान से केवल द्विपक्षीय चर्चा की जा सकती है । अनेक वर्ष से यह भारत की राष्ट्रीय नीति है । अब केवल पाकिस्तान से आतंकवाद समाप्त करने तथा पाकव्याप्त कश्मीर रिक्त करने पर ही चर्चा होगी । हमारे द्वारा पाकिस्तान को आतंकवादियों की सूची सौंपने के पश्चात उनकी मूलभूत सुविधाएं बंद करनी पड़ेंगी । भारत के विदेशमंत्री डॉ. एस्. जयशंकर ने पत्रकारों से बोलते समय ऐसी स्पष्टोक्ति की ।

चीन के उपग्रह ने पाकिस्तान को सहायता दी !

विदेशमंत्री डॉ. जयशंकर ने बताया कि ’ऑपरेशन सिंदूर’ के समय चीन के उपग्रह ने पाकिस्तान काे सहायता दी; परंतु हमें विश्व की ओर से बहुत समर्थन मिला ।

युद्धविराम की मांग कौन कर रहा था, यह स्पष्ट है !

आतंकवादियों की मूलभूत सुविधाएं नष्ट कर हमने निश्चित लक्ष्य साध्य किया है । प्रमुख लक्ष्य साध्य होने से मुझे प्रतीत होता है कि हमने उचित दृष्टिकोण स्वीकारा है; क्योंकि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से पूर्व ही हमने पाकिस्तान को संदेश भेजा कि आंतकवादियों की मूलभूत सुविधाओं पर आक्रमण कर रहे हैं , सैन्य पर नही एवं सैन्य के समीप रह कर हस्तक्षेप न करने का विचार है । उन्होंने यह बात नहीं मानी । १० मई को सुबह उन्हें बहुत कष्ट सहन करना पडा । उपग्रहों के छायाचित्रों से यह स्पष्ट हो गया कि हमने उन्हें कितनी क्षति पहुंचाई । तत्पश्चात युद्धविराम की मांग कौन कर रहा था,यह स्पष्ट है ।

सिंधु पानी अनुबंध स्थगित ही रहेगा

डॉ. जयशंकर ने कहा कि जब तक पाकिस्तान सीमा के पार से होनेवाला आतंकवाद पूर्ण रूप से रोकता नहीं, तबतक सिंधु पानी अनुबंध स्थगित रहेगा ।

संपादकीय भूमिका

पाकिस्तान से अब किसी भी सूत्र पर चर्चा नहीं होगी, अब ऐसी ही भूमिका अपनाना आवश्यक है । पाकिस्तान के लिए स्वयं आगे आकर भारत के विरोध में चलाया जानेवाला आतंकवाद का युद्ध रोकना तथा पाकव्याप्त कश्मीर भारत के नियंत्रण में देना ही उसका अस्तित्व टिकाने के लिए आवश्यक है !