‘ऑपरेशन सिंदूर’ जारी ! : भारत द्वारा पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणाली को किया गया नष्ट

  • पाकिस्तान द्वारा भारत के १५ सैन्य ठिकानों पर दागी गईं मिसाइलें भारत ने आकाश में ही कीं नष्ट

  • भारत की एस-४०० वायु रक्षा प्रणाली की बडी सफलता

  • भारत ने पाकिस्तान के ९ नगरों पर ड्रोन द्वारा किया आक्रमण

नई दिल्ली – भारत ने ६ मई की रात पाकिस्तान में स्थित आतंकी अड्डों पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के अंतर्गत कार्ऱवाई की थी, जिसके प्रत्युत्तर में पाकिस्तान ने बदला लेने का प्रयास किया; किंतु भारत ने पहले ही उसकी मिसाइलों को आकाश में ही नष्ट कर दिया । रक्षा मंत्रालय ने बताया कि ७ मई की रात को पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान तथा गुजरात राज्यों में स्थित भारत के १५ सैन्य ठिकानों को लक्ष्य बनाकर मिसाइलें दागीं, जिन्हें भारत की ‘एस-४००’ वायु रक्षा प्रणाली ने आकाश में ही नष्ट कर दिया । तत्पश्चात ८ मई की प्रातः भारत ने ड्रोन के माध्यम से पाकिस्तान के ९ नगरों में प्रवेश कर २७ स्थानों पर ‘एच्क्यू-९’ वायु रक्षा प्रणाली को नष्ट किया । इस कारण दोनों देशों के मध्य तनाव और भी बढ गया है । इस घटना पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने आपातकालीन बैठक बुलाई है ।

१. रक्षा मंत्रालय ने बताया कि ८ मई की प्रातः पाकिस्तान द्वारा किए गए आक्रमण के पश्चात भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के अनेक स्थलों पर वायु रक्षा रडार तथा प्रणाली को लक्ष्य कर ‘हार्पी ड्रोन’ का प्रयोग किया । भारत की यह कार्यवाही पाकिस्तान की भूमि पर और उसी गति से की गई ।

२. इस्लामाबाद, लाहौर, सियालकोट, रावलपिंडी, गुजरानवाला, कराची इन नगरों की वायु रक्षा प्रणाली नष्ट हो गई । रावलपिंडी स्थित एक स्टेडियम को भी क्षति पहूंची है, ऐसी सूचना है ।

३. पंजाब के अमृतसर में ७ मई की रात को विस्फोट की आवाजें सुनाई दी । ८ मई की प्रातः यहां के दूधाला, जेठुवाल और पंढेर इन ३ ग्रामों के खेतों में मिसाइलों के अवशेष पाए गए । ये मिसाइलें पाकिस्तान से दागी गई थीं तथा भारतीय रक्षा प्रणाली द्वारा नष्ट की गई थीं ।

श्रीनगर, जम्मू, अवंतिपोरा, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भटिंडा, चंडीगढ, नाल, फलोदी, उत्तरलाई तथा भुज इन १५ स्थानों पर स्थित भारतीय सैन्य ठिकानों पर पाकिस्तान द्वारा आक्रमण किया जाना था ।

रूस और अमेरिका की तकनीक चुराकर चीन ने बनाई ‘एच्क्यू-९’ रक्षा प्रणाली

भारत द्वारा नष्ट की गई एचक्यू-९ वायु रक्षा प्रणाली चीन ने रूस तथा अमेरिका की तकनीक चुराकर बनाई है । यह प्रणाली रूस की एस-३०० प्रणाली तथा अमेरिका की ‘पैट्रियट’ प्रणाली की तकनीक पर आधारित है । चीन का दावा है कि एचक्यू-९ की मारक क्षमता १२० से २५० किलोमीटर तक है ।

‘एस-४००’ प्रणाली ६०० कि. मी. की दूरी पर स्थित लक्ष्य को कर सकती है नष्ट

भारत द्वारा रूस से खरीदी गई ‘एस-४००’ वायु रक्षा प्रणाली आकाश से होने वाले आक्रमणों को आकाश में ही रोक देती है । इस प्रणाली के माध्यम से मिसाइलें, ड्रोन, रॉकेट लांचर तथा युद्धक विमान जैसे आक्रमणों को रोका जा सकता है । यह प्रणाली ६०० कि. मी. तक के लक्ष्य का अनुसरण कर सकती है तथा ४०० कि. मी. की दूरी तक लक्ष्य को भेद सकती है । यह विश्व की सर्वाधिक आधुनिक वायु रक्षा प्रणाली है । भारत ने इसे सीमा पर तैनात किया है ।

हार्पी ड्रोन क्या है ?

‘हार्पी ड्रोन’ यह इजराइल-निर्मित मानव रहित वायु यान है, जिसे ‘इजराइल एरोस्पेस इंडस्ट्रीज’ ने विकसित किया है । यह मुख्यतः शत्रु की रडार प्रणाली तथा वायु रक्षा प्रणाली को नष्ट करने के लिए निर्मित किया गया है । यह ड्रोन निगरानी रखने तथा सटीक आक्रमण करने में सक्षम है, जिसके कारण यह सैन्य कार्रवाइयों में एक प्रभावी शस्त्र बनता है । हार्पी ड्रोन को ‘फायर एंड फॉरगेट मिसाइल’ भी कहा जाता है; क्योंकि आक्रमण के पश्चात यह ड्रोन स्वयं नष्ट हो जाता है । भारत ने वर्ष २००० में इजराइल से यह ड्रोन खरीदे हैं ।

पंजाब में सेना द्वारा एक घुसपैठिए को मार गिराया गया

७ मई की रात को अंधकार का लाभ उठाकर पाकिस्तान से भारत के पंजाब राज्य के फिरोजपुर सीमांत क्षेत्र में घुसपैठ का प्रयास कर रहे एक व्यक्ति को सीमा सुरक्षा बल के सैनिकों ने गोली से मार गिराया ।

नेपाल सीमा पर ४ चीनी नागरिकों को पकडा गया

बिहार राज्य के पूर्वी चंपारण जनपद में रक्सौल सीमा पर ४ चीनी नागरिकों को पकडा गया । वे अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे थे । उनके पास वीजा नहीं था । सशस्त्र सीमा बल ने उन्हें बंदी बनाया है ।