Not Right To Troll : पहलगाम आक्रमण में शहीद हुए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी की सोशल मीडिया पर आलोचना हो रही है ।

उन्होंने आवाहन किया ‘मुसलमानों एवं कश्मीरियों को लक्ष्य (टार्गेट) नहीं बनाया जाना चाहिए’ !

नई दिल्ली – पहलगाम में हुए आतंकवादी आक्रमण में भारतीय नौसेना के अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल भी शहीद हो गए । घटना के समय उनकी पत्नी हिमांशी भी उनके साथ थीं । इस घटना के उपरांत हिमांशी ने भारतीयों से आवाहन किया है कि वे ‘मुसलमानों एवं कश्मीरियों को लक्ष्य न करें ।’ इसके लिए अब सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना हो रही है । इसी के चलते राष्ट्रीय महिला आयोग ने हिमांशी के समर्थन में बयान जारी करते हुए कहा है ‘किसी भी स्त्री की निजी जीवन के आधार पर उसकी आलोचना करना अनुचित है ।’

१ मई को विनय नरवाल के जन्मदिन के अवसर पर उनके परिवार ने करनाल में रक्तदान शिविर का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी । इस अवसर पर हिमांशी से प्रेस द्वारा कुछ राज्यों में कश्मीरियों को लक्ष्य किए जाने के बारे में प्रश्न पूछा गया । इस पर हिमांशी ने कहा ‘हम हिन्दू एवं मुस्लिम के नाम पर द्वेष नहीं फैलाना चाहते । हम नहीं चाहते कि लोग मुसलमानों एवं कश्मीरियों के विरुद्ध जाएं । हम यह नहीं चाहते । हम सभी से केवल शांति का अनुरोध करते हैं ।’

संपादकीय भूमिका

किसी से भी द्वेष करना अनुचित है; परंतु जब हिन्दुओं से उनका धर्म पूछकर उन्हें लक्ष्य बनाया जाएगा तो जनता की प्रतिक्रिया भी उतनी ही आक्रोशपूर्ण होगी । यह घटना बताती है कि यदि पीडित ऐसे समय में गांधीवाद दिखाने का प्रयास करेंगे तो जनता और भी अधिक क्रूद्ध हो सकती है !