Goa Stampede Tragedy : शिरगाव (गोवा) की श्री लईराई देवी के मेले में भगदड : ६ व्यक्तियों का निधन, ८० भक्त घायल

पणजी – गोवा स्थित शिरगाव की प्रसिद्ध श्री लईराई देवी के मेले के अवसर पर मची भगदड में ६ श्रद्धालुओं की दुखद मृत्यु हो गई, तथा लगभग ८० भक्त घायल हुए । दिवंगतों के नाम हैं, सूर्या मयेकर (सांखळी), आदित्य कवठणकर एवं तनुजा कवठणकर (अवचीतवाडो, थिवी), यशवंत केरकर (माडेल, थिवी), प्रतिभा कळंगुटकर (कुंभारजुवे) तथा सागर नंदरगे (माठवाडा, पिळगाव) । घायल भक्तगणों का उपचार गोवा के विविध चिकित्सालयों में हो रहा है । अनुमानतः १५ व्यक्ति गम्भीर रूप से घायल हैं, जिनका उपचार बांबोळी स्थित गोवा वैद्यकीय महाविद्यालय चिकित्सालय में चल रहा है । उनमें से ८ जनों की स्थिति अत्यन्त गम्भीर बताई गई है । यह दुर्घटना ३ मई को प्रातः ३.३० बजे घटी । प्राप्त विवरण के अनुसार, जनसमूह को संयमित करने हेतु पुलिस द्वारा पकडी गई रस्सी में कुछ जनों के पैर उलझ जाने से वे भूमि पर गिर पडे । उनके ऊपर पीछे से आनेवाले श्रद्धालु गिरने से दम घुटने के कारण कुछ श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई ।

मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत : शिरगाव की दुर्घटना अत्यन्त दुःखद !

मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर निरीक्षण किया । उन्होंने इस दुर्घटना को अत्यन्त दुःखद बताया एवं दिवंगतों के परिवारजनों से भेंट कर शोक-संवेदना प्रकट की । उन्होंने चिकित्सालयों में जाकर घायल श्रद्धालुओं की कुशलता का निरीक्षण किया ।

आगामी ३ दिवस के लिए समस्त शासकीय कार्यक्रम स्थगित किए गए हैं । उत्तर गोवा के जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक इस दुर्घटना की समीक्षा करेंगे, ऐसा मुख्यमंत्री ने सूचित किया ।

प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने प्रकट किया शोक

प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी

प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने शिरगाव के मेले में हुई इस दु:खद भगदड पर शोक व्यक्त किया । उन्होंने कहा – “जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके दुःख में मैं सहभागी हूं । जो घायल हैं वे शीघ्र स्वस्थ हों, यही मेरी प्रार्थना है । स्थानीय प्रशासन पीडितों को समुचित सहायता प्रदान कर रहा है ।”

मंदिर समिति : दुर्घटना के लिए ‘धोंड’ उत्तरदायी है, प्रशासन नही

श्री लईराई मंदिर समिति ने इस दुर्घटना हेतु ‘धोंड’ अर्थात् व्रतधारी भक्तों को उत्तरदायी ठहराया है । समिति के अध्यक्ष दीनानाथ गावकर ने कहा कि धोंडों की असंयमित गतिविधियों के कारण भगदड की स्थिति उत्पन्न हुई । इस अराजकता के लिए शासन, पुलिस विभाग अथवा मंदिर समिति उत्तरदायी नहीं है । प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार धोंडों ने नियमविरुद्ध आचरण करते हुए अंगारों पर चलने के स्थान पर भक्तों पर दौड लगा दी ।

स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे : आवश्यकता होने पर बाहर से चिकित्सक बुलाए जाएंगे

स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने कहा कि घायलों का उपचार समुचित रूप से चल रहा है । आवश्यकता पडने पर अन्य राज्यों से चिकित्सकों को आमंत्रित करने की पूर्ण तैयारी है ।

विपक्ष द्वारा उच्चस्तरीय समीक्षा की मांग

विपक्षी नेताओं ने इस दुर्घटना की गहन समीक्षा की मांग की है । गोवा फॉरवर्ड दल के अध्यक्ष विजय सरदेसाई ने प्रशासन को उत्तरदायी बताया । उन्होंने प्रश्न किया कि जब मेला स्थल पर १ सहस्र से अधिक पुलिसकर्मी तथा निरीक्षण हेतु आकाशीय यंत्र (ड्रोन) नियुक्त किए गए थे, तब भी यह दुर्घटना क्यों हुई ? प्रत्येक दिवंगत के परिवार को १ करोड रुपये की अनुग्रह राशि दी जानी चाहिए ।

उत्तर गोवा जिलाधिकारी एवं पुलीस अधीक्षक का स्थानांतरण

इस दुर्घटना की पृष्ठभूमि पर उत्तर गोवा की जिलाधिकारी स्नेहा गीते, पुलिस अधीक्षक अक्षत कौशल, डिचोली के उप-पुलिस अधीक्षक जीवबा दळवी तथा निरीक्षक दिनेश गडेकर का स्थानांतरण कर दिया गया है । श्री राहुल गुप्ता (भारतीय पुलिस सेवा) को उत्तर गोवा का नवीन पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया है ।

संदीप जॅकीस की अध्यक्षता में सत्यशोधन समिति गठित !

  • इस दुर्घटना की समीक्षा हेतु संदीप जॅकीस (भारतीय प्रशासनिक सेवा) के नेतृत्व में विशेष उच्चस्तरीय सत्यशोधन समिति का गठन किया गया है ।
  • मुख्यमंत्री : दिवंगतों के परिजनों को १० लाख, गम्भीर आहतों को १ लाख की सहायता
  • मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने घोषणा की है कि दिवंगतों के परिवारों को १० लाख रुपये तथा गम्भीर रूप से आहतों को १ लाख रुपये की सहायता राशि शासन द्वारा प्रदान की जाएगी ।