‘ऑल इंडिया इमाम ऑर्गनाइजेशन’ का राष्ट्रभक्ति से भरा फतवा

नई दिल्ली – यदि देश में कोई आतंकवादी मारा जाता है, तो कोई भी इमाम (मस्जिद में प्रार्थना करवाने वाला) या काज़ी (इस्लामी कानून विशेषज्ञ और न्यायाधीश) उसके अंतिम संस्कार का नेतृत्व नहीं करेगा । उसे देश के किसी भी कब्रिस्तान में दफनाने की अनुमति नहीं दी जाएगी । ऐसा फतवा ऑल इंडिया इमाम ऑर्गनाइजेशन के प्रमुख डॉ. इमाम उमर अहमद इलियासी ने जारी किया है ।
🚫 No graveyard space for dead terrorists! No Imam will perform last rites. Patriotic fatwa by ‘All India Imam Organization’!
Congratulations!
Hope the org sees to it that this is followed nationwide & that no Hindu religious processions are attacked from mosques… pic.twitter.com/jxKKcFawKU
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) April 24, 2025
देश की साढ़े पांच लाख मस्जिदों से मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी ।
डॉ. इमाम उमर अहमद इलियासी ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की निंदा की । इस्लाम के धार्मिक नेताओं ने इमाम हाउस में मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की । उन्होंने कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता । चाहे धर्म या जाति कुछ भी हो, वह केवल एक आतंकवादी है । अनुच्छेद ३७० हटने के बाद जिस प्रकार कश्मीर प्रगति कर रहा है, वह पड़ोसी देशों और आतंकवादी संगठनों को सहन नहीं हो रहा । देशभर की साढ़े पांच लाख मस्जिदों में मृतकों को श्रद्धांजलि दी जाएगी ।
संपादकीय भूमिका
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