
नई दिल्ली – ‘यह सब कहने के पश्चात, मैं महत्त्वपूर्ण बातें छोड गया । मैं सच्चे दिल से क्षमा मांगता हूं । मैं इस समाज के बारे में बात नहीं करना चाहता था; परंतु यह क्रोध और आलोचना करते समय लिखा गया था ।’ फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप ने ब्राह्मणों को लेकर दिए अपने आपत्तिजनक बयान के लिए क्षमा मांगते हुए कहा ‘मैंने अनुचित भाषा और शब्दों का प्रयोग करके कई लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है । इसके लिए मैं अपने साथियों, अपने परिवार और समुदाय से क्षमा मांगता हूं ।’
➡️ Film director Anurag Kashyap has apologised for his offensive remarks against Brahmins. 🙏
🤔 It’s worth noting: Had similar remarks targeted SC/STs, the Atrocity Act would likely have led to immediate legal action.
The absence of such a law for Brahmins allows such… https://t.co/q5nAXFZ8q1 pic.twitter.com/f22S5ueWfT
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) April 22, 2025
‘मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि मेरे साथ ऐसा दोबारा न हो । मैं अपने क्रोध पर नियंत्रण रखने का प्रयास करूंगा । यदि मैं अपना शोध-प्रबंध प्रस्तुत करना चाहता हूं तो मैं केवल सही शब्दों का प्रयोग करूंगा ।’ उन्होंने कहा ‘मुझे आशा है कि आप मुझे क्षमा कर देंगे ।’
क्या है प्रकरण ?
अनुराग कश्यम ने फिल्म ‘फुले’ पर उठे विवाद पर एक सोशल मीडिया यूजर को उत्तर देते हुए कहा ‘मैं ब्राह्मणों पर मूत्र विसर्जन करूंगा; क्या आपको कोई परेशानी है ?’ ऐसा कहा गया था । इसके लिए उनकी आलोचना की गई है और कुछ स्थानों पर याचिका भी प्रविष्ट की गई है ।
संपादकीय भूमिकायदि अनुसूचित जाति-जनजाति, दलित आदि के बारे में आपत्तिजनक बयान दिया गया होता तो अत्याचार अधिनियम के अंतर्गत अपराध प्रविष्ट कर कश्यप को कारागृह में भेज दिया जाता; परंतु चूंकि ब्राह्मणों के संबंध में ऐसा कोई कानून नहीं है, इसलिए कश्यप का लाभ हो रहा है ! |