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संभल (उत्तर प्रदेश) – यहां श्री हरिहर मंदिर के स्थान पर शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के सूत्र पर हुई हिंसा में अपराधी को पुलिस द्वारा बंदी बनाया गया है । इस हिंसा के प्रमुख सूत्रधार शारिक साटा के विशेष रूप से सहयोगी गुलाम को पुलिस ने बंदी बनाया है । गुलाम द्वारा ३ पिस्तौल, विदेशी एवं स्वदेशी कारतुस एवं एक मैगजिन अधिग्रहित किया गया है । उसकी जांच से यह भी उजागर हुआ है कि इस प्रकरण के हिन्दू पक्ष के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन की हत्या करने का षड्यंत्र रचा गया था ।
🚨 WAKE-UP CALL: Hindu Rights Activists Under Threat!
In a shocking revelation, Ghulam the arrested accused in the Sambhal violence case confessed to a conspiracy to assassinate Advocate @Vishnu_Jain1 during the violence.
He claimed that his leaders had entrusted him with the… pic.twitter.com/NelfWbBZde
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) February 21, 2025
१. जांच के समय गुलाम ने स्वीकार किया है कि उसपर शारिक साटा ने अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन की हत्या करने का दायित्व सौंपा था । संभल पुलिस के कहने के अनुसार अपराधी गुलाम के विरुद्ध २० से अधिक गंभीर अपराध पंजीकृत हैं । उसको बंदी बनाना, बडी सफलता मानी जाती है ।
२. संभल के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा ‘शारिक साटा के भारत से पलायन करने के उपरांत गुलाम शस्त्रों के बदले में वाहनों की चोरी कर ईशान्य के राज्यों में बेचता था । शारिक साटा ने उसे ‘जामा मस्जिद का सर्वेक्षण न होने दें एवं सर्वेक्षण के पूर्व विष्णुशंकर जैन को मार डालो’, ऐसा आदेश दिया था । २४ नवंबर २०२४ को गुलाम की रेकेट के गुंडों ने पुलिस पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें ५ मुसलमान मारे गए । गुलाम एक एप एवं अपनी पत्नी के मोबाईल क्रमांक का उपयोग कर शारिक साटा से बात करता था ।’
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संपादकीय भूमिकाहिन्दुओं के नेताओं को, साथ ही उनके पक्ष में लडने वालों को चुन चुनकर मार डालने का प्रयास कट्टरपंथी सदैव करते रहते हैं । यह स्थिति रोकने हेतु हिन्दू राष्ट्र का कोई विकल्प नहीं ! |