भारत एवं नेपाल सहित पूरे विश्व में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करेंगे ! – वरिष्ठ हिन्दुत्वनिष्ठ नेता शंकर खराल, नेपाल

सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी को सम्मानित करते नेपाल के वरिष्ठ हिन्दुत्वनिष्ठ श्री. शंकर खराल तथा उपस्थित अन्य मान्यवर

प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) – ‘‘भारत एवं नेपाल सहित पूरे विश्व में हम हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करेंगे । हिन्दू शेर है तथा अब उसके जागने का समय आ चुका है । जब वह जगेगा, तब हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होगी’’, ऐसा प्रतिपादन नेपाल के वरिष्ठ हिन्दुत्वनिष्ठ नेता श्री. शंकर खराल ने यहां किया ।

२८ जनवरी को श्री. शंकर खराल ने उनके सहयोगियों के साथ कुम्भक्षेत्र में लगाई गई हिन्दू जनजागृति समिति की प्रदर्शनी का अवलोकन किया । उस समय ‘सनातन प्रभात’ के विशेष प्रतिनिधि श्री. नीलेश कुलकर्णी ने उनसे भेंटवार्ता की, उसमें वे ऐसा बोल रहे थे । उससे पूर्व श्री. खराल ने प्रदर्शनी का अवलोकन करने के उपरांत हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी से भेंट कर विभिन्न विषयों पर उनके साथ विचार-विमर्श किया । उस समय श्री. खराल ने सद्गुरु डॉ. पिंगळेजी को सम्मानित किया ।

विभिन्न प्रश्नों का उत्तर देते हुए श्री. शंकर खराल ने कहा,

१. महाराष्ट्र्र में गोहत्या बंदी है, उसके लिए मैं महाराष्ट्र की सरकार का अभिनंदन करता हूं । अब उत्तराखंड में भी बहुत शीघ्र गोहत्या बंदी का कानून लागू होगा तथा उससे पूरे भारत में गोहत्या बंदी कानून लागू होगा ।

२. वर्तमान समय में हम अंग्रेजी दिनदर्शिका के अनुसार चल रहे हैं । वास्तव में, हमें हिन्दू दिनदर्शिका के अनुसार चलना चाहिए; क्योंकि तिथि, अमावस्या एवं पूर्णिमा हमारी कालगणना है ।

३. राष्ट्र की सीमा होती है; परंतु धर्म की कोई सीमा नहीं होती । हिन्दू विश्व में कहीं भी जाए, तब भी वह हमारा ही है, ऐसा लगता है । तीर्थस्थल किसी एक देश का नहीं होता, अपितु वह मानवकल्याण हेतु होता है । उसके अनुसार यह कुम्भ पर्व भी हमारा ही है । इसके लिए नेपाल से अनेक हिन्दू कुम्भ क्षेत्र आ रहे हैं तथा पवित्र संगम पर स्नान कर रहे हैं । इस स्नान से मन एवं बुद्धि पर आया आवरण (गंदगी) निकल जाता है, मन की शुद्धि होती है तथा पुण्य मिलता है ।

४. नेपाल पहले हिन्दू राष्ट्र था; परंतु कुछ विदेशी देशों ने षड्यंत्र किया । वर्ष २०१८ में जब नेपाल में जनगणना की गई, उस समय ८१ प्रतिशत हिन्दू थे । अब नेपाल हिन्दू राष्ट्र की ओर अग्रसर है ।