सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के ओजस्वी विचार

‘मुसलमानों में लडकियों की रक्षा के लिए बुर्का पहनने का चलन है । इसके विपरीत हिन्दुओं को पूर्वकाल में परस्त्री को ‘मां’ के रूप में देखने का दृष्टिकोण दिया जाता था । इस कारण लडकी पर अत्याचार नहीं होते थे ।
✍️ – सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले, संस्थापक संपादक, ʻसनातन प्रभातʼ नियतकालिक