
ढाका (बांग्लादेश) – बांग्लादेश के नौदलप्रमुख अॅडमिरल मोहम्मद नजमुल हसन ने पाकिस्तान के सेनादल प्रमुख सय्यद असीम मुनीर से भेंट की । एक महीने से अल्प कालावधि में दोनोंं ही देशों में यह दूसरी सुरक्षा-स्तरीय बैठक है । तत्पूर्व बांग्लादेश सेना के वरिष्ठ अधिकारी लेफ्टनंट जनरल एस्.एम्. कामरुल हसन ने असीम मुनीर से भेंट की । इतना ही नही, अपितु पाकिस्तानी गुप्तचर संस्था आइ.एस्.आइ.के एक प्रतिनिधिमंडल ने ढाका में बांग्लादेश सेना से भी भेंट की । बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने पाकिस्तान के साथ प्रादेशिक एवं सुरक्षा संबंध मजबूत करने हेतु उठाए कदम के रूप में इसे देखा जा रहा है । दोनोंं ही देशों के बहुत अच्छे नहीं रहे हैं । ऐसी परिस्थिति में पाकिस्तान एवं बांग्लादेश समीप आने से दक्षिण एशिया के समीकरण बदल सकते हैं । यह भारत के लिए चिंता का कारण हो सकता है ।
Bangladesh’s Navy Chief meets Pakistan’s Army Chief
It does not take an astrologer to tell that the collaboration between the militaries of Bangladesh and Pakistan will be dangerous for India. India’s inaction until this happens is incomprehensible!#Geopolitics pic.twitter.com/xvLIbLmGNo
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) February 10, 2025
१. नजमुल हसन ने रावलपिंडी में असीम मनीर से भेंट कर नौदल सहयोग तथा बहुराष्ट्रीय नौदल के अभ्यास में पाकिस्तानी नौदल के सहयोग के विषय में विचार-विमर्श किया । उन्होंने कहा कि बांग्लादेश सेना प्रादेशिक स्थिरता को गति देने हेतु पाकिस्तान के साथ सहयोग पर बल दे रही है । पाकिस्तानी सेना बांग्लादेशी सेना के लिए प्रशिक्षण सत्र आरंभ करने की योजना बना रही है । बांग्लादेश ने भी पाकिस्तान से शस्त्र क्रय किए हैं ।
२. बांग्लादेश सेना का एक भाग पाकिस्तान के साथ सहयोग का अनुरोध कर रहा है । इस गुट का विश्वास है कि इससे इस प्रदेश में स्थिरता आएगी । यह सहयोग आतंकवाद तथा अन्य सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए सहाय्य कर सकता है । बांग्लादेश में चल रहे अंतर्गत तनाव की पृष्ठभूमि पर ढाका इस्लामाबाद से राजनितिक समर्थन प्राप्त करने का प्रयास कर रहा है । मोहम्मद युनूस बांग्लादेश काे भारत की अपेक्षा पाकिस्तान तथा चीन के समीप ले जाना चाहते हैं । यह भारत के लिए चिंता का कारण बन सकता है । यदि बांग्लादेश में पाकिस्तान का हस्तक्षेप बढा, तो वह ईशान्य के राज्यों में अशांति उत्पन्न करने का प्रयास कर सकता है ।
संपादकीय भूमिकाबांग्लादेश तथा पाकिस्तान की सेना का एक-दूसरे से हाथ मिलाना भारत के लिए संकटदायी सिद्ध होगा, यह कहने के लिए किसी ज्योतिष की आवश्यकता नहीं है । ऐसा होनेे तक भारत का निष्क्रिय रहना अनाकलनीय है ! |