प्रयागराज से ३०० किलोमीटर की दूरी से ही पुलिस प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं को कुंभक्षेत्र न जाने के निर्देश !

यातायात ठप्प होने के कारण पुलिस प्रशासन ने प्रयागराज में लाखों श्रद्धालुओं को एक ही स्थान पर रूकवाया !

श्री. सचिन कौलकर, विशेष प्रतिनिधि, प्रयागराज

प्रयागराज – यहां के महाकुंभ में त्रिवेणी संगम में स्नान करने हेतु आनेवाले श्रद्धालुओं की संख्या में प्रचंड वृद्धि हुई है तथा इससे श्रद्धालुओं को नियंत्रित करने का प्रशासन पर बडा तनाव है । पिछले ३ दिनों में प्रयागराज में १५ लाख वाहन आए हैं । अब भी प्रयागराज में प्रति घंटा ८ सहस्र वाहन आ रहे हैं । विशेष बात यह कि पुलिस प्रशासन प्रयागराज से ३०० किलोमीटर की दूरी पर ही श्रद्धालुओं को प्रयागराज न जाने के निर्देश दे रहा है । सामाजिक माध्यमों में इसके वीडियो प्रसारित हुए हैं ।

प्रयागराज का परिदृश्य !

१. वसंतपंचमी का संगमस्नान अंतिम अमृतस्नान था । वह संपन्न होने के उपरांत अब आनेवाले श्रद्धालुओं की संख्या अल्प होगी, ऐसा प्रशासन को अपेक्षित था; परंतु पिछले १० दिन से यहां इकट्ठा हुई भीड ने सभी को अचंभित कर दिया है । ९ फरवरी को १ करोड १० लाख श्रद्धालुओं ने संगमतट पर स्नान किया । इससे श्रद्धालुओं की संख्या में कितनी वृद्धि हुई है, इसका अनुमान लगाया जा सकता है ।

२. महाकुंभक्षेत्र में स्थित अधिकतर अखाडों ने अब प्रस्थान किया है, तब भी १२ फरवरी के माघ पूर्णिमा के पर्वस्नान के लिए आनेवाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ रही है ।

३. प्रयागराज में यातायात ठप्प होने के कारण पुलिस प्रशासन को लाखों श्रद्धालुओं को एक ही स्थान पर रोकना पडा है ।

४. प्रयागराज शहर में प्रवेश के लिए ७ मार्ग हैं, तब भी ५ किलोमीटर की दूरी पार करने के लिए यात्रियों को ८ घंटे लग रहे हैं ।

५. प्रयागराज से देहली जाने के लिए ८ घंटे लगते हैं; परंतु यातायात ठप्प होने के कारण इस यात्रा को ३० घंटे से भी अधिक समय लग रहा है ।

६. रिवा, चित्रकूट, मिर्जापुर, वाराणसी, जौनपुर, लक्ष्मणपुरी, प्रतापगढ, कानपुर एवं कौशांबी से प्रयागराज जानेवाली सडकों पर वाहनों की लंबी कतार देखने को मिल रही है ।

उत्तर भारत के सभी रेल स्थानकों पर यात्रियों की प्रचंड भीड !

केवल सडकों पर ही नहीं, अपितु सभी रेल स्थानकों पर श्रद्धालुओं की प्रचंड भीड उमडी है । साथ ही केवल उत्तर प्रदेश ही नहीं, अपितु बिहार, मध्यप्रदेश एवं देहली के सभी रेल स्थानकों पर यात्रियों की प्रचंड भीड है । भीड के कारण आरक्षित यात्रियों को रेल में चढना भी संभव नहीं हो रहा है । सामान्य टिकट लिए हुए यात्री आरक्षित तथा वातानूकूलित डिब्बों में घूसकर बैठ रहे हैं । उसके कारण आरक्षित यात्रियों को कष्ट हो रहा है, साथ ही रेल स्थानकों पर टिकट जांचकर्ता दिखाई नहीं दे रहे हैं ।

वाराणसी एवं अयोध्या में भी श्रद्धालुओं की प्रचंड भीड !

श्रद्धालु प्रयागराज से वाराणसी तथा अयोध्या जा रहे हैं, उसके कारण वहां भी श्रद्धालुओं की बाढ आई है । इतनी बडी संख्या में श्रद्धालुओं के आने के कारण अयोध्या में श्रद्धालुओं को सुविधाएं मिलना संभव न होने से ‘श्रीरामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास’ने श्रद्धालुओं को अयोध्या न आने का आवाहन किया था; परंतु तब भी श्रद्धालु अयोध्या आ रहे हैं । (अनुशासन का पालन न करनेवाले, साथ ही सरकारी सूचनाओं को ताक पर रखनेवाले, ऐसे श्रद्धालुओं का यह आचरण क्या भारत के लिए लज्जाप्रद नहीं है ? – संपादक)