प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं को रोकने का प्रयास !
प्रयागराज, ८ फरवरी (वार्ता) – महाकुंभ क्षेत्र में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ सात फरवरी से फिर बढ़ने लगी है। श्रद्धालुओं की संख्या इतनी बढ गई है कि कुंभ क्षेत्र की ओर जाने वाली सड़कों पर वाहन बहुत धीमी गति से चल रहे हैं। श्रद्धालुओं को एक किलोमीटर की दूरी तय करने में भी कई घंटे लग रहे हैं। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन श्रद्धालुओं को प्रयागराज के बाहर ही रोकने का प्रयास कर रहा है। कहा जा रहा है कि महाकुंभ मेले की पूरी अवधि के दौरान संगम में स्नान करने वालों की कुल संख्या ५० करोड से अधिक हो सकती है।
प्रशासन ८ फरवरी की सुबह से ही कुंभ क्षेत्र में लगे सभी लाउडस्पीकरों से घाटों को खाली करने के निर्देश जारी कर रहा है। स्नान के बाद पुलिस श्रद्धालुओं से घाट खाली करने की अपील कर रही है और उन्हें अनावश्यक रूप से वहां रुकने की अनुमति नहीं दे रही है। माघी अमावस्या पर हुई भगदड की घटना के बाद कुंभ मेले में श्रद्धालुओं का आना कुछ हद तक धीमा पड गया था; हालांकि, अमृत पर्व (वसंत पंचमी के बाद) के बाद भीड़ कम होने की उम्मीद में बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज आ रहे हैं।
प्रयागराज से श्रद्धालु निकटवर्ती अयोध्या और वाराणसी के साथ-साथ ५०० किलोमीटर दूर मथुरा भी जा रहे हैं। इसलिए इन धार्मिक स्थलों पर भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है। प्रयागराज में श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करना पुलिस के लिए मुश्किल हो रहा है। कुंभ क्षेत्र के बाहर सडक पर पिछले २४ घंटों से यातायात बुरी तरह बाधित है। गंगा नदी पर स्थित शास्त्री ब्रिज पर कल रात से ही भीषण जाम लगा हुआ है। चार पहिया वाहनों से आने वाले श्रद्धालुओं को भारी भीड का सामना करना पड़ रहा है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि श्रद्धालु जल्दी स्नान कर सकें, प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए कुछ पंटून पुल बनाए हैं। इतनी भारी भीड़ के बीच भी श्रद्धालुओं में त्रिवेणी संगम पर स्नान करने का उत्साह जबरदस्त है।