Prayagraj MahaKumbh Stampede Inquiry : आतंकवाद निरोधक दस्ता १०,००० संदिग्धों पर कडी दृष्टि रख रहा है !

  • महाकुंभ में भगदड की घटना

  • दुर्घटना नहीं, षड्यंत्र का संदेह, जांच एजेंसी की जांच जारी !

  • नागरिकता संशोधन अधिनियम का विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों पर विशेष ध्यान !

प्रयागराज – महाकुंभ मेले में भगदड मचना कोई दुर्घटना नहीं, अपितु षड्यंत्र का संदेह जताया जा रहा है । इस संबंध में आतंकवाद निरोधी दस्ता तथा अन्य सुरक्षा एजेंसियां ​​लगभग १०,००० संदिग्धों पर कडी दृष्टि रख रही हैं । विशेषकर सीएए (नागरिकता संशोधन अधिनियम) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन में सक्रिय लोगों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है । जांच में पता चला है कि गैर हिन्दू लोग सामाजिक माध्यम पर महाकुंभ को लेकर नकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं, जबकि कुछ लोगों ने गूगल और यूट्यूब पर भी महाकुंभ के संदर्भ में अधिक सर्च किया है । उनकी जांच की जाएगी । १८ जिलों में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के सदस्यों की जांच की जा रही है ।

१. सुरक्षा बल २९ जनवरी को महाकुंभ मेले में हुई भगदड और आग की घटना की गहन जांच कर रहे हैं ।

२. वाराणसी में ७० संदिग्धों की गतिविधियों पर दृष्टि रखी जा रही है । मध्य एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कारागृहों में बंद कुछ संदिग्धों के बारे में जानकारी मांगी गई है ।

३. वाराणसी के जैतपुरा निवासी सिराजुद्दीन को नोटिस जारी किया गया । ३ फरवरी को उन्हें अशोक विहार कॉलोनी स्थित आतंकवाद निरोधक दस्ते के कार्यालय में बुलाया गया और ३ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई । सिराजुद्दीन १९ जनवरी को महाकुंभ मेला क्षेत्र में उपस्थित था और वहां से उसने सामाजिक माध्यम पर सीधा प्रसारण कर जानकारी प्रसारित की ।

४. महाकुंभ मेला क्षेत्र से ६०० सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई है, जिसमें कुछ संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दे रहे हैं । उनकी पहचान के लिए ८ टीमें कार्य कर रही हैं ।

महत्वपूर्ण बातें…

१. सामाजिक माध्यम पर महाकुंभ के बारे में जानकारी देखने वालों में से अधिकांश गैर-हिन्दू हैं ।

२. नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ आयोजित प्रदर्शन में सहभागी लोग महाकुंभ में आए थे ।

३. महाकुंभ में आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोग भी आए ।

४. गैर-हिन्दू लोग महाकुंभ का सीधा प्रसारण देख रहे थे । सरकार के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने महाकुंभ में भाग लिया ।