बांग्लादेश भी अब पाकिस्तान के समान कंगाल हो गया !
ढाका (बांग्लादेश) – सत्ता परिवर्तन के बाद बांग्लादेश इस समय गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है । बांग्लादेश के पास न तो बिजली खरीदने के लिए पैसे हैं और न ही ऊर्जा से संबंधित कर्ज चुकाने के लिए । इस कारण आने वाले गर्मी के मौसम में बांग्लादेश को गंभीर बिजली संकट का सामना करना पड़ सकता है, जिससे उसकी अर्थव्यवस्था पर भारी प्रभाव पड़ेगा ।
१. ‘ढाका ट्रिब्यून’ की रिपोर्ट के अनुसार ‘बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड (BPDB)’ विभिन्न स्वतंत्र बिजली उत्पादकों (IPP) और पेट्रोबांग्ला संस्थानों को दिए गए 43,473 करोड़ टका के कर्ज को चुकाने में असमर्थ है । इस राशि का एक बड़ा हिस्सा, 10,309 करोड़ टका, भारतीय अदानी समूह को देना है । स्थानीय IPPs को लगभग 16,000 करोड़ टका मिलना है, जबकि ‘पेडा’ और ‘रामपाल’ जैसे संयुक्त उपक्रमों के बिजली परियोजनाओं पर लगभग 10,000 करोड़ टका का कर्ज है ।
२. पिछले गर्मियों में बांग्लादेश की बिजली मांग 17,500 मेगावाट तक पहुंच गई थी, लेकिन सरकार औसतन केवल 15,500 मेगावाट ही आपूर्ति कर सकी, जिससे 2,000 मेगावाट की कमी हो गई थी । आगामी गर्मियों में बिजली की मांग 18,232 मेगावाट तक बढ़ सकती है ।
३. यदि सरकार IPPs का बकाया कर्ज नहीं चुका पाई, तो देश में 3,500 से 4,000 मेगावाट बिजली उत्पादन की कमी हो सकती है ।
संपादकीय भूमिकाबांग्लादेश का कंगाल होना निश्चित है । इसके लिए किसी ज्योतिष की आवश्यकता नहीं है । यह मुसलमानों को समझ में आने की संभावना नहीं है क्योंकि उन्होंने ‘धर्मांधता’ नामक अफीम की गोली खा रखी है, और इसी में उनका विनाश निश्चित है । |