मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज में ‘संगम नोज’ पर भीड से बचने के लिए प्रशासन का निर्णय !
प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) – प्रशासन ने अनुमान लगाया है कि मौनी अमावस्या के दिन अमृत स्नान के लिए १० करोड श्रद्धालु आएंगे, क्योंकि यह महाकुंभ पर्व का दूसरा और सबसे प्रमुख व बडा अमृत स्नान है । इस पृष्ठभूमि पर, पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं । चूंकि त्रिवेणी संगम स्थल ‘संगम नोज’ पर बडी संख्या में श्रद्धालु उमड रहे हैं, इसलिए प्रशासन ने भीड से बचने के लिए श्रद्धालुओं को उस सेक्टर से ही उनके गंतव्य स्थान पर भेजने का निर्णय लिया है, जहां वे स्नान करेंगे । महाकुंभ क्षेत्र में २५ सेक्टर हैं, जिनमें से १२ किलोमीटर लंबे स्नान घाट, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए निर्माण किए गए हैं । प्रत्येक स्थान पर नदी में बहुत सारा पानी छोडा गया है ।
#MahaKumbh2025 : Comprehensive measures being implemented by the UP Govt to ensure traffic and crowd management.
10 crore pilgrims expected to take the auspicious ‘Amrit Snan’ on Mauni Amavasya 🌊🏞️
To avoid congestion at the ‘Sangam Nose’ in the Mahakumbh Mela, devotees will… pic.twitter.com/kb9sEfC7pK
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) January 24, 2025
प्रशासन ने सभी पुलिस और सेक्टर प्रमुखों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि श्रद्धालुओं को, जिस सेक्टर में वे स्नान करेंगे, वहीं से वापस भेज दिया जाए और किसी भी परिस्थिति में उन्हें २७ से २९ जनवरी के मध्य संगम नोज अथवा अन्य किसी स्थान पर न जाने दिया जाए । प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि श्रद्धालुओं को सुगम और सुलभ स्नान सुविधा उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है ।
प्रशासन के निर्देशानुसार श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए १२ किमी. लंबे घाटों की निर्मिति की गई है । घाटों पर भीड से बचने के लिए अलग-अलग दल गठित किए गए हैं । इसके साथ ही घाटों पर बुनियादी सुविधाएं बढाई जाएंगी । बैरिकेडिंग, जल पुलिस, वॉच टावर, प्रकाश व्यवस्था, प्रकाश फलक, शौचालय, वस्त्र बदलने के कक्ष, स्वच्छता आदि की व्यवस्था भी की जाएगी ।