
प्रयागराज, २० जनवरी (संवाददाता) : १९ जनवरी को कुंभपर्व में स्थित गीताप्रेस के २०० तंबुओं को आग लकर वो खाक हुए । सरकार की ओर से आग में खाक तंबुओं के स्थान पर पुनः नए सिरे से तंबु बनाए जानेवाले हैं, ऐसी जानकारी गीताभवन के व्यवस्थापक श्री. गौरीशंकर मोहता ने ‘सनातन प्रभात’ के प्रतिनिधि को दी । २० जनवरी की सुबह से आग में अधजली सामग्री, राख आदि उठाने का काम आरंभ किया गया है । इसके उपरांत इस स्थान पर यथावत कुटिया बनाने का काम आरंभ किया जानेवाला है ।

इस विषय में ‘सनातन प्रभात’के प्रतिनिधि को जानकारी देते हुए श्री. गौरीशंकर मोहता ने कहा कि इस दुर्घटना के उपरांत भी गीता प्रेस की ओर से चल रहे नियमित नित्यक्रम जारी हैं । तंबु जलखर खाक हो जाने से यहां रहनेवाले हमारे सदस्यों को तात्कालिकरूप से आसपास के अखाडों तथा तंबुओं में स्थानांतरित किया गया है । इसमें सरकार की ओर से सर्वाेपरि सहायता की जा रही है । आग में जले स्थान की स्वच्छता पूरी होने पर वहां पुनः नए सिरे से तंबू बनाने का काम आरंभ किया जाएगा ।
श्रद्धालु एवं संतगणों को प्रसाद वितरण का कार्य आरंभ !
एक ओर जले हुए तंबू के स्थान पर स्वच्छता का काम जारी है; परंतु तब भी सदस्यों का स्थानांतरण होकर भी गीताप्रेस की ओर से साधु-संतगणों एवं श्रद्धालुओं को नियमितरूप से प्रसाद वितरण का कार्य सवेरे से ही आरंभ किया गया । २० जनवरी की सुबह सैकडों साधुओं ने गीताप्रेस के शिविर में प्रसाद ग्रहण किया ।