प्रयागराज महाकुंभपर्व २०२५

प्रयागराज, १८ जनवरी (संवाददाता) : हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से जून २०२४ में संपन्न ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ में मैंने एक बात बताई थी कि महाकुंभपर्व में सभी अखाडों में ‘हम हिन्दू राष्ट्र के पक्ष में हैं’, ऐसा लिखे फलक लगाए जाएं । भारत सरकार शीघ्रातिशीघ्र भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करे । उसके अनुसार आज पूरे महाकुंभपर्व में उस दिशा में गतिविधिं चल रही है । सभी अखाडे सक्रिय हुए हैं । महाकुंभ में आए सभी संतों ने मन में ‘भारत हिन्दू राष्ट्र बनना ही चाहिए’, यह दृढ निश्चय किया है । उसके लिए सरकार पर दबाव बनाया जाएगा । महाकुंभपर्व में प्रत्येक स्थान पर हिन्दू राष्ट्र के फलक लगाए गए हैं, ऐसा मार्गदर्शन महाराष्ट्र के गोंदिया के महात्यागी सेवा संस्थान के अध्यक्ष पू. संत श्रीराम ज्ञानीदास महात्यागीजी ने १८ जनवरी को यहां किया ।
पू. संत श्रीराम ज्ञानीदास महात्यागीजी ने महाकुंभ के सेक्टर १९ के मोरी मार्ग पर लगी सनातन की ग्रंथ प्रदर्शनी का अवलोकन किया, उस समय वे ऐसा बोल रहे थे । इस अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी ने पू. संत श्रीराम ज्ञानीदास महात्यागी को पुष्पमाला पहनाकर उन्हें सम्मानित किया । इस अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति के महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ राज्यों के संगठक श्री. सुनील घनवट उपस्थित थे ।
पू. संत श्रीराम ज्ञानीदास महात्यागीजी ने आगे कहा, ‘‘सनातन संस्था का यह उद्देश्य है कि भारत हिन्दू राष्ट्र बनना चाहिए । इस कारण से विगत १५ वर्षाें से मैं सनातन संस्था से जुडा हूं । विश्व हिन्दू परिषद की ओर से कुंभक्षेत्र में २५, २६ एवं २७ जनवरी को आयोजित ‘धर्मसंसद’ में संत सम्मेलन, युवा सम्मेलन तथा महिला सम्मेलन में भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने के विषय में जागृति की जाएगी । हिन्दू राष्ट्र का उद्देश्य ध्यान में रखकर इन सम्मेलनों का आयोजन किया गया है । जब जब हिन्दू जाग गए, तब तब देश पर आया संकट टला है । मुझे ऐसा लगता है कि ५०० वर्षाें की प्रतीक्षा के उपरांत अयोध्या में श्री रामलला पुनः विराजमान हुए हैं । तो अब श्रीराम का राज्याभिषेक हुआ है, तो भारत में रामराज्य आएगा ही; परंतु भारत हिन्दू राष्ट्र बनने के उपरांत ही भारत में रामराज्य आएगा ।