Sambhal Hindu Family Got Land Back : संभल (उत्तर प्रदेश) में मुसलमानों द्वारा कब्जाई गई भूमि ४७ साल बाद हिन्दू परिवार को वापस मिली !

संभल (उत्तर प्रदेश) – वर्ष १९७८ के दंगों के बाद हिन्दुओं ने पलायन किया था। इसके कारण धर्मांध मुसलमानों ने हिन्दुओं की कई संपत्तियों और भूमि पर अवैध कब्जा कर लिया। इन अवैध कब्जों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब सरकार दंगों के मामलों को दोबारा खोलने और उनकी जांच कराने जा रही है। इसी के अंतर्गत प्रशासन ने एक हिन्दू परिवार की मुसलमानों द्वारा कब्जाई गई जमीन को मुक्त कराकर उसे वापस कर दिया है। यह जमीन ‘आजाद जन्नत निशा कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय’ के परिसर में थी। बताया जा रहा है कि इस जमीन की कीमत 3 करोड रुपये है।

१. संभल के नरौली शहर के निवासी रघुनंदन का परिवार वर्ष १९७८ तक संभल के महमूद खान सराय क्षेत्र में रहता था। वर्ष १९७८ में जब दंगे भड़के, तब वे नरौली जाकर बस गए। उनकी पैतृक भूमि मोहल्ला जगत में थी, जहां पहले फूलों का बगीचा था।

२. रघुनंदन का आरोप है कि मुसलमानों ने उनकी पैतृक संपत्ति पर कब्जा कर लिया और उस भूमि को स्कूल की संपत्ति में सम्मिलित कर दिया। उन्होंने इस संबंध में कई बार आपत्ति प्रविष्ट की, लेकिन उनकी सुनवाई कहीं नहीं हुई।

३. जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पानसिया आपत्ति प्रविष्ट कराए जाने पर उन्होंने जांच के आदेश दिए। स्कूल की प्रबंधन समिति इस भूमि के संबंध में कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सकी।

संपादकीय भूमिका 

उत्तर प्रदेश में जिस प्रकार से हिन्दुओं को न्याय दिया जा रहा है, उसी प्रकार अन्य राज्यों में भी हिन्दुओं को न्याय दिलाने के लिए वहां की सरकारों को प्रयास करना चाहिए। हिन्दुओं ने ‘एक हैं तो सेफ हैं’ (संघटित रहेंगे, तो सुरक्षित रहेंगे) के आधार पर सत्ता में बैठाने के बाद ऐसी कार्यवाही करना सरकारों का कर्तव्य है।