Mahakumbh 2025 Kalpwas : कल्पवासियों के व्रत के लिए कुंभ क्षेत्र तैयार : सरकार की ओर से विशेष सुविधाएं !

माघ पूर्णिमा अर्थात १३ जनवरी से कल्पवास प्रारंभ !

कुम्भक्षेत्र में प्रवेश करते समय कल्पवासी

प्रयागराज, ११ जनवरी (वार्ता) – यहां तीन नदियों गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र संगम पर कल्पवास व्रत रखने वाले कल्पवासियों के लिए कुंभ क्षेत्र तैयार है। कुंभ क्षेत्र में देशभर से लोग आए हैं। इस साल प्रशासन ने अनुमान लगाया है कि महाकुंभ पर्व में २० से २५ लाख कल्पवासी आएंगे । यह व्रत माघ पूर्णिमा यानी १२ जनवरी से पौष पूर्णिमा यानी १३ फरवरी तक एक महीने की अवधि तक मनाया जाता है। एक से अनेक परिवार भी कल्पवास करते हैं। आने वाले सभी कल्पवासी अपने साथ एक महीने का जरूरी सामान लेकर आए हैं। प्रशासन ने कल्पवासियों को भोजन एवं अनाज, आवास, अस्पताल एवं अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई हैं।

कल्पवास क्या है ?

कल्पवासी का अर्थ है वे श्रद्धालु जो माघ पूर्णिमा से पौष पूर्णिमा तक १ महीने की अवधि के समय कुंभ मेला क्षेत्र में रहते हैं और तीर्थयात्रा, जप आदि करते हैं। कुछ कल्पवासी कुछ दिनों के लिए, तो कुछ १२ वर्ष तक भी कल्पवास करते हैं।