प्रयागराज, १२ जनवरी (वार्ता.) – महाकुंभनगरी में भारी मात्रा में मंडप, तंबू तथा लकडी की सामग्री प्रयुक्त कर विविध रचनाओं का निर्माण किया गया है । इसलिए यहां आग लगने की संभावना को ध्यान में रखते हुए अग्नि प्रतिबंधक उपाय करने की आवश्यकता है । यदि आग लगी तो उसे त्वरित बुझाने हेतु आधुनिक तंत्रज्ञान का उपयोग किया जाएगा । कुंभक्षेत्र में २२० अग्निशमन स्थानक खडे किए गए हैं । इसके अतिरिक्त अत्याधुनिक ‘एटीवी’ वाहन तथा ‘फायर रोबोट’ की व्यवस्था की गई है ।
एटीवी वाहन क्या है ?
गंगा के पात्र में होनेवाले कुंभमेले में यद्यपि प्रशासन ने लोहे की प्लेट का उपयोग कर मार्ग बनाए हैं, तब भी इन रास्तों पर बार-बार रेत जमा होने तथा पानी से कीचड भी होने से यहां से दोपहिया वाहन गुजरते समय उसके धंसने की संभावना रहती है । कुछ रास्ते शंकुरूप होने से वहां अग्निप्रतिबंधक चाैपहिया वाहन के लिए जाना कठिन होता है । ऐसे समय इस रेगिस्तान में द्रुतगति से जाने हेतु अत्याधुनिक एटीवी वाहन (ऑल टेरेन फायर फाइटिंग वेहिकल) लाए हैं । ये वाहन रेत एवं कीचड के बीच से सहजता से जाकर आग के स्थान पर पहुंच कर आग बुझा सकते हैं । इन वाहनों में अग्निरोधक उपकरण, पानी के टैंक, पंप, एअर कॉम्प्रेसर तथा आग बुझानेवाले यंत्र हैं एवं पानी के साथ फोम का मारा करने में ये वाहन सक्षम हैं । ये वाहन जर्मनी से मंगवाए गए हैं तथा उसका मूल्य प्रति यंत्र ढाई करोड है । ये वाहन चलाने हेतु अग्निशमन विभाग के सिपाहियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है ।
आग प्रतिबंधक यंत्रमानव !
कुंभमेले में एटीवी वाहन के साथ प्रथम बार ही अग्निप्रतिबंधक यंत्रमानव भी कार्यान्वित किए गए हैं । छोेटे आकार के इस यंत्रमानव काे विशेष प्रशिक्षण प्राप्त अग्निशमन अधिकारी चलाएंगे । ये यंत्रमानव भी दुर्गम क्षेत्रों में जाकर आग बुझाने का काम कर सकते हैं ।